बूढ़ी खेरमाई मन्दिर में है 1500 साल पुरानी धूमावती देवी की प्रतिमा, भक्त चढ़ाते हैं बाना
चारखम्बा स्थित बूढ़ी खेरमाई माता के प्राचीन मंदिर में स्थापित करीब 1500 साल पुरानी धूमावती देवी की प्रतिमा शहर की सबसे पुरानी देवी प्रतिमा है। धूमावती देवी को गोंड राजा सर्वाधिक पूज्य मानते थे। इस मंदिर में तांत्रिक लोग साधना किया करते थे। मान्यता है कि यहां देवी के चरणों में नारियल रखने से देवी मनोकामना पूरी करती हैं। मनोकामना पूरी होने पर नारियल स्वत: नीचे गिर जाता है। यहां का जवारा जुलूस रोमांचक होता है, जिसमे मनोकामना पूरी होने पर भक्त अपने चेहरे के आरपार बाना छेदकर चलते हैं। संस्कारधानी के शक्तिपीठों में यह मंदिर महत्वपूर्ण स्थान रखता है। नवरात्र में धूमावती माता बूढ़ी खेरमाई के दर्शन व पूजन के लिए भक्त उमड़ रहे हैं।