फ्लाईओवर अपनी विशालता से ज्यादा सियासत के चर्चाओं में,कमिश्नर से शिकायत करने पहुचे सांसद
अख़बार अपडेट :- जबलपुर में बन रहा प्रदेश का सबसे बड़ा फ्लाई ओवर अपनी विशालता से ज्यादा सियासत के चर्चाओं में बना हुआ है, करीब 7 सालों से चल रहा ब्रिज का निर्माण कार्य अभी भी पूरा नहीं हुआ है, हालांकि जल्द ही इसका काम पूरा होने और जनता को सौगात के रूप में सौंपने की दावे हो रहे हैं… आज शाम जबलपुर सांसद आशीष दुबे, महापौर जगत बहादुर सिंह और भाजपा नगर अध्यक्ष सहित पूर्व मंत्री ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ फ्लाईओवर का निरीक्षण किया लेकिन इस दौरान कोई भी अधिकारी उनके साथ मौजूद नहीं रहा… जबकि सांसद कार्यालय की तरफ से कलेक्टर जबलपुर और PWD अधिकारियों को निरीक्षण की जानकारी दी गई थी, लेकिन इसके बाद भी अधिकारियों ने प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया, अधिकारियों की गैर मौजूदगी फ्लाई ओवर निर्माण के दौरान चर्चा का विषय बनी रही, भाजपा नगर अध्यक्ष प्रभात साहू ने अधिकारियों के इस व्यवहार पर जमकर नाराजगी जताई और सीएम तक यह मुद्दा पहुंचाने की बात कही। यही नहीं बल्कि फ्लाई ओवर निरीक्षण के तत्काल बाद सभी नेता और कार्यकर्ता सीधे संभागीय कमिश्नर अभय वर्मा के पास पहुंचे, जहां उन्होंने कमिश्नर से कलेक्टर और PWD अधिकारियों के इस अनैतिक व्यवहार की शिकायत भी की, इस दौरान नगर अध्यक्ष और सांसद ने कमिश्नर को बताया कि पहले भी शासकीय कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों की गरिमा को खंडित करने का काम किया गया है, जो किसी भी तरह से नजर अंदाज करने योग्य नहीं है, सभी ने अधिकारियों के इस दुर्व्यवहार पर आपत्ति जताते हुए कार्यवाही करने की मांग की है।
अफसरों की राह देखते रहे
सूत्रों के अनुसार,प्रदेश का सबसे बड़े फ्लाईओवर के निरीक्षण के लिए पहुंचे सांसद ने कुछ देर तक अधिकारियों का इंतजार किया,लेकिन जब कोई नहीं आया तो वे नाराज हुये। उनके साथ नगर अध्यक्ष प्रभात साहू, महापौर जगत बहादुर अन्नू, पूर्व मंत्री अंचल सोनकर सहित कई दिग्गज भाजपा नेता थे। बताया गया है कि अफसरों से फोन भी लगाया गया,लेकिन सभी ने निरीक्षण के लिए न आने के लिए कई वजहें बता दीं।
मंत्री से शिकायत क्यों नहीं की
मामला भाजपा की अंदरूनी राजनीति से जोड़कर इसलिए देखा जा रहा है,क्योंकि पीडब्ल्यू मंत्री जबलपुर के दिग्गज भाजपा नेता राकेश सिंह ही हैं। आम लोगों का कहना है कि जब अफसर नहीं आ रहे थे तो कायदे से सांसद श्री दुबे को मंत्री श्री सिंह को फोन लगाकर जानकारी देनी थी,लेकिन ऐसा नहीं किया गया। मजे की बात ये भी है कि जब उस विभाग के मुखिया जबलपुर के हैं तो आखिर कमिश्नर से शिकायत क्यों की गयी। भाजपा सूत्रों का कहना है कि अंदरूनी तौर पर पार्टी में तनातनी का माहौल बन गया है। इसकी शुरुआत काफी पहले हो चुकी थी,प्रत्यक्ष रूप से लक्षण गुरुवार को दिखाई दिए। भाजपा के पदाधिकारी कह रहे हैं कि जबलपुर को ये सौगात दिलाने में राकेश सिंह की अहम भूमिका रही है। कहा ये भी जा रहा है कि सांसद श्री दुबे की ओर से पीडब्ल्यूडी मंत्री को निरीक्षण करने संबंधी कोई सूचना या जानकारी भी नहीं दी गयी,जिससे ये अप्रिय स्थिति निर्मित हुई है।
जल्दी जनता के लिए खुलेगा फ्लाईओवर
सांसद आशीष दुबे ने दमोह नाका-मदन महल निर्माणाधीन फ्लाई ओवर का निरीक्षण करते हुए कहा कि यह निर्माणाधीन फ्लाई ओवर ब्रिज जल्द पूर्ण हो जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एवं केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा जबलपुर को मध्य भारत के सबसे बड़े फ्लाई ओवर की सौगात मिली है। सांसद ने कहा कि ना सिर्फ जबलपुर बल्कि महाकौशल के लोग चाह रहे है कि जल्द से जल्द फ्लाई ओवर ब्रिज तैयार हो और जनता के लिए खोला जाए। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की ये सौगात अंतिम चरण में है, बस कुछ दिन की ओर देरी है। इस दौरान शरद जैन, शरद अग्रवाल, सदानंद गोडबोले, सुधीर नायक, सुधांशु गुप्ता, संदीप शुक्ला, अतुल जैन दानी, योगेश बिलोहा,अभिषेक तिवारी,संतोष लालवानी, राहुल दुबे, ऋषि सोनकर,चक्रेश नायक, रंजीत पटेल, आशीष पटेल, कुमार नीरज शर्मा, विवेक राम सोनकर, मनीष अग्रहरि, राघवेंद्र यादव, कविता रैकवार, जागृति शुक्ला, डॉ. रिजवान अंसारी, ईशान नायक, अंकित पाठक,अर्पित दुबे आदि पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।