बीमा ऑफिस में मिले विलुप्त प्रजाति के 4 उल्लू
अख़बार अपडेट:- जबलपुर जिल में वन्य प्राणियों को लेकर लोगो में दया का भाव है,इसलिए लोग इन्हें मारते नहीं हैं, बल्कि वन्य प्राणी विशेषज्ञों को बुलाकर उन्हें सुरक्षित हाथों में पहुंचा देते हैं. इस बार जबलपुर में विलुप्त प्रजाति का उल्लू देखने मिला. एक सरकारी ऑफिस में घोसले से बड़े साइज के उल्लू गिर गए थे. मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने उन्हें पकड़कर वन विभाग को सौंप दिया है.
निगम के ऑफिस में मिला उल्लू
वन विभाग को सौंपे विलुप्त प्रजाति का उल्लू
यह सभी बच्चे देखने में सुंदर लग रहे थे, लेकिन साइज बड़ा होने के बाद भी उनसे उड़ते नहीं बन रहा था. नीरज पासी ने इन चारों उल्लुओं को पकड़ा और उन्हें जबलपुर में वन विभाग के ऑफिस लेकर पहुंच गए. उन्होंने इन उल्लुओं को वन विभाग को सौंप दिया.सर्प एवं वन्य प्राणी विशेषज्ञ धनंजय घोष ने बताया कि “यह चारों उल्लू Barn Owl प्रजाति के हैं, हालांकि इन्हें विलुप्त प्रजाति में नहीं रखा जाता, लेकिन फिर भी यह पक्षी पालतू नहीं होता. सामान्य तौर पर जंगल में पाया जाता है. इसीलिए धनंजय घोष ने बताया कि शाम होने के बाद इन्हें पास के जंगल में छोड़ दिया जाएगा.
क्या है खासियत
अभी यह उल्लू के बच्चे बहुत छोटे हैं, लेकिन पूरी तरह विकसित अवस्था में यह करीब 2 फीट ऊंचे तक हो जाते हैं. उल्लू एक बेहद शातिर और समझदार पक्षी माना जाता है. ग्रामीण परिवेश में उल्लू को लोग अशुभ मानते हैं, लेकिन वहीं दूसरी तरफ उल्लू माता लक्ष्मी का वाहन माना जाता है. इसलिए कुछ खास मौकों पर उल्लू की पूजा भी की जाती है. दूसरी तरफ कुछ लोग उल्लू का इस्तेमाल तांत्रिक पूजा में भी करते हैं. इसलिए शहरी क्षेत्र में पाए जाने वाले उल्लू कई बार शिकारी की जाल में भी फंस जाते हैं.