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सोशल मीडिया में मैरिज ब्यूरो कि एक लड़की ने बुजुर्ग से ऐंठ 53 लाख रुपए,

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अख़बार अपडेट:- गोरखपुर निवासी एक बुजुर्ग के लिए सोशल मीडिया जी का जंजाल बन गया। उन्होंने फेसबुक पर एक  विज्ञापन देखा फिर उसके जाल में ऐसे फसे कि उन्हें लाखों रुपए का चूना लग गया। बदमानी के डर से कई दिनों तक वे शांत रहे लेकिन जब उनकी पत्नी ने ढांढस बंधवाया तो उन्होंने पूरी घटना से पुलिस को अवगत कराया। जिसके बाद थाना क्राइम ब्रांच में आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया। बता दें कि क्राइम ब्रांच थाने में दर्ज यह पहली एफआईआर है।

थाना प्रभारी शैलेष मिश्रा ने बताया कि साकार अपार्टमेंट निवासी 70 वर्षीय मसूद हुसैन खान ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि करीब तीन माह पूर्व उन्होंने फेसबुक चलाते-चलाते मैरिज ब्यूरो का एक विज्ञापन देखा। जहां से उन्हें एक लड़की का मोबाइल नंबर मिला और फिर उस नंबर पर उनकी बात होने लगी, जिसने खुद को यूके निवासी सोनम यादव बताया। बातों का सिलसिला आगे बढ़ा तो एक दिन सोनम ने उन्हें बताया कि वह उनसे मिलने के लिए लंदन से दिल्ली आ रही है और उनके लिए गिफ्ट भी ला रही है।

इसके बाद सोनम ने उन्हें दोबारा कॉल कर बताया कि उसके पास 55 लाख का गोल्ड और डॉलर थे, इसलिए दिल्ली एयरपोर्ट पर उन्हें आरेस्ट कर लिया गया है। इसलिए उसे छुड़वाने के लिए रुपए देने पड़ेंगे, मसूद भी उसकी बातों में आ गए और राशि ट्रांसफर कर दी। इसके बाद जालसाज सोनम ने ब्लेकमेल कर तीन माह में करीब 53 लाख रुपए ऐंठ लिए। यह राशि अलग-अलग 29 लोगों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कराई गई है।

सीबीआई अधिकारी बनकर दी धमकी
बुजुर्ग ने जब सोनम को रुपए देने में आनाकानी की तो उनके पास किसी राहुल नाम के व्यक्ति का कॉल आया। जिसने खुद को सीबीआई अधिकारी बताते हुए रुपए डालते रहने के लिए फोर्स किया। उसने कहा कि यदि आनाकानी की गई तो बदनाम करने में समय नहीं लगेगा। जिससे मसूद और ज्यादा डर गए और बताए हुए फोन नंबर या अकाउंट नंबर पर राशि ट्रांसफर करते रहे।
बेगम ने दी हिम्मत तब बनी बात
सोनम और उसकी गैंग द्वारा लगातार बदनाम करने की धमकी देने के कारण मसूद बहुत ज्यादा डर गए और डिप्रेशन में रहने लगे। उनकी ऐसी हालत जब उनकी बेगम ने समझा-बुझाकर उनसे पूछा तो उन्होंने पूरी बात बताई। जिसके बाद उनकी बेगम ने उन्हें यह समझाया कि वे ठगी का शिकार हो गए हैं इसलिए अब डरें नहीं और पूरी घटना से पुलिस को अवगत कराएं।
एसपी संपत उपाध्याय ने बताया कि अपराध थाना में पहली एफआईआर दर्ज की गई है। वर्ष 2014 में गजट नोटिफिकेशन जारी किया गया था। थाना की कार्य सीमा जिला क्षेत्र होगा। मूल सहित जीरो पर अपराध पंजीबद्ध हो सकेंगे।
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