मेडिकल अस्पताल में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही,जिंदा मरीज को किया मृत घोषित
जबकि वह जिंदा हैं और उनका इलाज चल रहा है. मरीज को उनके परिजनों ने गंभीर हालत में इलाज के लिए भर्ती कराया था, लेकिन 27 जनवरी की शाम 7:30 बजे डॉक्टरों ने उनकी मृत्यु का प्रमाण पत्र जारी कर दिया
वही मरीज के जिंदा होने के बावजूद मृत्यु रिपोर्ट जारी होने पर परिजनों ने आपत्ति दर्ज कराई है वही मरीज के परिजनों का आरोप है कि मरीज अभी भी जिंदा है और जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं, जिसका वीडियो भी सामने आया है.


मेडिकल अधीक्षक डॉक्टर अरविंद शर्मा
यह पूरा घटनाक्रम डॉक्टरों की लापरवाही को दिखाता है. इतना ही नहीं हठधर्मिता करते हुए मरीज को इसी अवस्था में घर ले जाने का दबाव बनाया गया, ताकि डेथ सर्टिफिकेट बना देने वाला मामला दब जाए. नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ अरविंद शर्मा का कहना है कि इस पूर मामले कि सर्जरी विभागाध्यक्ष से जांच रिपोर्ट मांगी गई है. एक प्रकार से यह मानवीय भूल भी हो सकती है.